उत्तर प्रदेशरोजगार/ श्रम

*मुख्यमंत्री ने ओ0डी0ओ0पी0 की काॅफी टेबल बुक का किया विमोचन*

लखनऊ: 03 जनवरी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नये भारत का नया उत्तर प्रदेश अनेक सम्भावनाओं से युक्त है। आज वितरित 51,000 करोड़ रुपये से अधिक के ऋण से प्रदेश के हजारों नौजवानों को रोजगार प्रदान करने का मार्ग प्रशस्त होगा। लोगों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा, जिससे इनके जीवन में खुशहाली आएगी। वर्ष 2017 में प्रदेश का बजट लगभग 02 लाख करोड़ रुपये था और आज एक दिन में 51,000 करोड़ रुपये के ऋण वितरित किए जाते हैं। हमने प्रदेश की सम्भावनाओं को एक नयी उड़ान दी है।

मुख्यमंत्री आज यहां लोक भवन में आयोजित एम0एस0एम0ई0 क्षेत्र हेतु 51,000 करोड़ रुपये से अधिक के मेगा ऋण मेला कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। ज्ञातव्य है कि एम0एस0एम0ई0 की वार्षिक ऋण योजना में वर्ष 2017-18 से वर्ष 2023-24 (माह दिसम्बर) तक कुल लक्ष्य 4,37,726 करोड़ रुपये के सापेक्ष 6,55,684 करोड़ रुपये का ऋण वितरण किया गया है। यह एक अभूतपूर्व उपलब्धि है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एम0एस0एम0ई0 इकाइयों के लाभार्थियों को ऋण राशि तथा जनपद मथुरा, मेरठ, अमरोहा एवं सीतापुर में नए स्वीकृत प्लेज पार्क के विकासकर्ताओं को प्रतीकात्मक चेक प्रदान किए। मुख्यमंत्री ने ओ0डी0ओ0पी0 योजना के अन्तर्गत जनपद सहारनपुर, सम्भल एवं मुरादाबाद में काॅमन फैसिलिटी सेण्टर का शुभारम्भ किया। साथ ही, उन्होंने ओ0डी0ओ0पी0 एवं विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के लाभार्थियों को टूलकिट्स तथा 03 महिलाओं को ई-रिक्शा की प्रतीकात्मक चाभी वितरित की। मुख्यमंत्री ने ओ0डी0ओ0पी0 की काॅफी टेबल बुक का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में डबल इंजन सरकार ने प्रदेशवासियों के जीवन में खुशहाली लाने और उनके आर्थिक विकास के लिए जो प्रयास किए हैं, आज उसके सुखद परिणाम हम सभी के सामने हैं। भारत के विकास का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर जाता है। आज उत्तर प्रदेश की प्रगति को देखकर देशवासी खुश हंै और दुनिया अचम्भित है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओ0डी0ओ0पी0 योजना, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना तथा प्लेज पार्क योजना प्रदेश सरकार द्वारा सर्वप्रथम शुरू की गई योजनाएं हैं। इन योजनाओं के माध्यम से युवाओं के रोजगार व स्वावलम्बन के लिए बेहतरीन कार्य किए गए हैं। राज्य सरकार प्लेज पार्क योजना के अन्तर्गत प्राइवेट सेक्टर को 10 एकड़ से 50 एकड़ भूमि में प्राइवेट इण्डस्ट्रियल पार्क बनाने/विकसित करने हेतु फेज़वाइज इन्सेन्टिव प्रदान कर रही है। अब तक प्रदेश में प्लेज पार्क की संख्या 10 हो चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक नयी स्कीम के रूप में काॅमन फैसिलिटी सेण्टर स्थापित करने का कार्य एम0एस0एम0ई0 सेक्टर को आगे बढ़ाने की दिशा में नया प्रयास है। काॅमन फैसिलिटी सेण्टर ओ0डी0ओ0पी0 से जुड़े कार्यों के इनोवेशन व रिसर्च के लिए हैं। यह सेण्टर्स ओ0डी0ओ0पी0 से जुड़े उद्यमियों को फैसिलिटेट करने व उनकी समस्याओं का समाधान करने का कार्य करें। काॅमन फैसिलिटी सेण्टर में कार्यों को तीव्र गति से आगे बढ़ाया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपदों में एम0एस0एम0ई0 इकाइयों के साथ संवाद के कार्यक्रम हों। एम0एस0एम0ई0 उद्यमियों की समस्याओं का त्वरित निदान हो। उनके लिए पी0एन0जी0, इलेक्ट्रिसिटी की सुविधा प्रदान करना, बैंकों के साथ जोड़ते हुए उनके लिए ऋण मेला आयोजित करना, फैसिलिटेशन सेण्टर स्थापित करना, डिजाइनिंग, पैकेजिंग व ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट स्थापित करना जैसे विभिन्न कार्य किए जाएं। अब हमारे लिए मंजिल आसान है, बस प्रयास किए जाने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश ने ओ0डी0ओ0पी0 के माध्यम से वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठा प्राप्त की है। प्रधानमंत्री के ‘वोकल फाॅर लोकल’ अभियान पर मुहर लगाने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य है। ओ0डी0ओ0पी0 योजना पूरे देश में चलायी जा रही है। देश व दुनिया के लोगों में ओ0डी0ओ0पी0 के बारे में जिज्ञासा है। हमने इस दिशा में नया करने का प्रयास किया है। इस क्षेत्र में व्यापक सम्भावनाएं विद्यमान हैं। अब तक किए गए प्रयासों को एक नयी दिशा देने की आवश्यकता है।
प्रत्येक जनपद के उत्पाद का डाक टिकट जारी किया जाए। एम0एस0एम0ई0 विभाग द्वारा हर जनपद के उत्पाद की ग्रेडिंग की जाए। इसके लिए राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय स्तर की एजेन्सियों को अपने साथ जोड़ें, जो इन एम0एस0एम0ई0 इकाइयों का निरन्तर मूल्यांकन करते हुए इनकी ग्रेडिंग के कार्य को तेजी से आगे बढ़ा सकें। ओ0डी0ओ0पी0 उत्पादों के एक्सपोर्ट को और बढ़ाने के लिए हमें ब्राण्डिंग, पैकेजिंग व डिजाइनिंग की दिशा में कार्य करने होंगे। मार्केट की डिमाण्ड के अनुसार कार्यों को आगे बढ़ाना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तकनीक का इस्तेमाल करके हम व्यक्ति के जीवन में बेहतर परिवर्तन ला सकते हैं। डिजिटल पेमेण्ट के साथ उन्हें जोड़ें तथा इस कार्य के लिए उन्हें कुछ इन्सेन्टिव भी दें। उत्पादों को तैयार करने में तकनीक का इस्तेमाल किया जाए। प्रदेश सरकार उत्तर प्रदेश माटी कला बोर्ड से जुड़े लोगों को इलेक्ट्रिक चाक उपलब्ध करा रही है, जिससे इन लोगों की कार्यक्षमता बढ़ी, लागत कम हुई और आमदनी में वृद्धि हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 से पूर्व प्रदेश में निराशा, हताशा, अराजकता व परस्पर वैमनस्यता थी। पहले उत्तर प्रदेश देश की पांचवी-छठवीं अर्थव्यवस्था का राज्य था, जो आज वर्ष 2024 में देश की दूसरी अर्थव्यवस्था का राज्य बन चुका है। उत्तर प्रदेश सर्वाधिक आर्थिक विकास दर के साथ देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। यह टीम वर्क का परिणाम है। जब हम मिलकर कार्य करते हैं, तो ऐसे ही सकारात्मक परिणाम सामने आते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रदेश की सुदृढ़ सुरक्षा व कानून व्यवस्था के कारण हर व्यक्ति, व्यापारी और निवेशक अपने आपको सुरक्षित महसूस करता है। राज्य की बेहतर कानून व्यवस्था ने उत्तर प्रदेश को निवेश के बेहतरीन गंतव्य स्थल के रूप में स्थापित किया है। यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 से हमें 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। इससे 01 करोड़ 10 लाख से अधिक युवाओं को नौकरी व रोजगार मिलेगा। प्रदेश के नौजवान अब पलायन नहीं करेंगे। उत्तर प्रदेश में निवेश करने वाला उद्यमी खुशहाली के साथ अपने निवेश को भी बढ़ाएगा। यह नया उत्तर प्रदेश है।
राज्य सरकार गरीबों और नौजवानों की सामथ्र्य को बढ़ाने की दिशा में कार्य कर रही है। एम0एस0एम0ई0 सेक्टर से जुड़े उद्यमी आज आगे बढ़ रहे हैं। उनके चेहरे पर मुस्कान आयी है। उन्होंने उत्तर प्रदेश को एक्सपोर्ट प्रदेश के रूप में विकसित किया है। राज्य का एक्सपोर्ट लगभग 03 गुना बढ़ा है। जिन व्यक्तियों को ऋण दिया जाए, उन्हें प्रशिक्षण दिया जाए और इस प्रकार के प्रयास किए जाएं कि वह स्वावलम्बन की दिशा में आगे बढ़ें तथा अपने ऋण को समय से रिटर्न भी कर सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 96 लाख एम0एस0एम0ई0 इकाइयां हैं। इन एम0एस0एम0ई0 इकाइयों के सफल संचालन के लिए बैंक व अन्य वित्तीय संस्थानों का सहयोग आवश्यक है। बैंकों द्वारा उद्यमियों को ऋण प्रदान करने में रुचि लेने का परिणाम है कि उत्तर प्रदेश का सी0डी0 रेशियो 43-44 प्रतिशत से बढ़कर आज 56-57 प्रतिशत हो चुका है। अगले 03 वर्षों में सी0डी0 रेशियों को और आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। इस वित्तीय वर्ष में सी0डी0 रेशियो को 60 प्रतिशत तक तथा आगामी वित्तीय वर्ष में 65 प्रतिशत तक करने का हमारा लक्ष्य होना चाहिए।
प्रदेश सरकार द्वारा ‘मुख्यमंत्री सूक्ष्म उद्यमी दुर्घटना बीमा योजना’ के माध्यम से सूक्ष्म उद्यमियों को 05 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता दी जा रही है। इस कारण उद्यमों के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया तीव्र गति से आगे बढ़ी है। हमें इस दिशा में अपने प्रयास तेज करने होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 4-5 वर्षों में एम0एस0एम0ई0 सेक्टर में अनेक रिफाॅर्म किए गए हैं। इन रिफाॅर्म को और गति दिए जाने की आवश्यकता है। एम0एस0एम0ई0 की सिक यूनिट्स के लिए हमें ठोस कार्ययोजना के साथ आगे बढ़ना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज कार्यक्रम में 03 महिलाओं को ई-रिक्शा की प्रतीकात्मक चाभी प्रदान की गई है, जो एक सराहनीय कार्य है। स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर ई-रिक्शा के संचालन के रूट तय किए जाएं। आज महिलाएं अलग-अलग सेक्टर में कार्य करना चाहती हैं। उनके पास हौसले और अनुभव की कमी नहीं है। हमें उनके विश्वास पर खरा उतरना होगा तथा उनके प्रशिक्षण के कार्य को तेजी से आगे बढ़ाना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले एक दशक में उत्तर प्रदेश को देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित होना होगा। इस दिशा में हम सभी को सामूहिक रूप से प्रयास करने होंगे। आज हमारे पास वल्र्ड क्लास इन्फ्रास्ट्रक्चर है। विगत 30 दिसम्बर को प्रधानमंत्री ने अयोध्या में प्रदेश के चैथे इण्टरनेशनल एयरपोर्ट का लोकार्पण किया है। उत्तर प्रदेश में विगत 05 वर्षों में पर्यटन की गतिविधियों में तेजी से वृद्धि हुई है। अकेले अयोध्या में पर्यटन क्षेत्र में 85 गुना बढ़ोत्तरी हुई है।
एम0एस0एम0ई0 मंत्री राकेश सचान ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 अमित मोहन प्रसाद, आयुक्त एवं निदेशक उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन राजेश कुमार सहित उद्यमी, बैंकर्स, योजनाओं के लाभार्थीगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

न्यूज ऑफ़ इंडिया ( एजेन्सी

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