उत्तराखंडचुनावी दंगल

कैंट विधानसभा सीट से भाजपा की प्रत्याशी सविता कपूर और रायपुर सीट से उमेश शर्मा काऊ ने भरा नामांकन पर्चा

देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया जारी है। इसी कड़ी में सोमवार को देहरादून कैंट विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी सविता कपूर ने अपना नामांकन पत्र भरा।  इस मौके पर उन्होंने कहा कि जनता विकास कार्यों पर वोट देगी और उनकी जीत सुनिश्चित करेंगी।
गौरतलब है कि  बीते साल 13 दिसंबर को भाजपा विधायक हरबंस कपूर का निधन हो गया था। हरबंस कपूर 8 बार यानी 40 सालों से विधायक रहे। इस बार कैंट विधानसभा सीट से कपूर के बेटे अमित कपूर समेत बीजेपी की ओर से कई दावेदार टिकट की कतार में थे। लेकिन हाईकमान ने हरबंस कपूर की पत्नी सविता कपूर को कैंट विधानसभा से प्रत्याशी बनाया।. सविता कैंट विधानसभा से बीजेपी को भारी बहुमत से जीत दिलाने का दावा कर रही हैं। कैंट विधानसभा से बीजेपी उम्मीदवार सविता कपूर ने कहा कि उनके दिवंगत पति हरबंस कपूर ने अपने विधायक काल में कई विकासकारी कार्य कैंट क्षेत्र में किए. उन्होंने जनता की समस्या को प्राथमिकता में रखा। ऐसे में वो विकास कार्यों से ही जीत हासिल करेंगी।  उन्होंने कहा कि चुनौती पहले भी नहीं थी और आगे नहीं रहेगी। उन्हें अपने क्षेत्र की जनता पर पूरा विश्वास है, जो हर तरह के समीकरण को दरकिनार कर 40 सालों की तरह इस बार भी भारी बहुमत से बीजेपी को कैंट विधानसभा से जीत दिलाएगी। 

देहरादून। विधानसभा चुनाव 2022 के लिए नामांकन की प्रक्रिया 21 जनवरी से शुरू हो चुकी है. लेकिन सोमवार से नॉमिनेशन प्रक्रिया में तेजी देखी जा रही है। प्रदेश की राजधानी के देहरादून कचहरी परिसर में राजपुर रोड धर्मपुर और रायपुर विधानसभा के अलावा अन्य सभी सीटों के लिए नॉमिनेशन की प्रक्रिया जारी रही। लगातार अलग-अलग पार्टियों के प्रत्याशी भी नॉमिनेशन के लिए पहुंच रहे हैं। वहीं, रायपुर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी उमेश शर्मा काऊ ने नामांकन दाखिल किया। इस बार विधानसभा चुनाव में हालात काफी बदले हुए हैं। जहां एक तरफ कोविड-19 प्रोटोकॉल ने चुनाव के तौर-तरीकों को बदला है। वहीं, सर्द मौसम भी चुनावी रंग में अड़चन बनने का काम कर रहा है। हालांकि, लेकिन सर्द मौसम के बावजूद भी सियासी गर्मी लगातार बढ़ती जा रही है। हर बार विधानसभा चुनाव का रंग नॉमिनेशन से शुरू हो जाता था। नॉमिनेशन में प्रत्याशी बड़े तामझाम के साथ लोगों का जनसैलाब लेकर नॉमिनेशन के लिए पहुंचते थे। लेकिन इस बार ऐसा कुछ भी देखने में नजर नहीं आ रहा है। क्योंकि कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत केवल 5 लोगों के साथ नामांकन की प्रक्रिया के लिए आने की अनुमति है और इसके अलावा भीड़भाड़ और शोर शराबे की भी अनुमति नहीं है।

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