उत्तराखंडबजट

*‘विकसित भारत’ की कल्पना के मुताबिक सधा हुआ बजट : डॉ.विजय धस्माना*

*-अर्थव्यस्था को और गति देने के लिए समझदारी और विवेकपूर्ण बजट*

डोईवाला- स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) जौलीग्रांट के कुलाधिपति व भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) उत्तराखंड के पूर्व अध्यक्ष डॉ.विजय धस्माना ने कहा कि ‘कर्तव्य काल’ का यह अंतरिम बजट समृद्ध और समावेशी भारत की कल्पना के लिए अच्छा और सधा हुआ बजट है। प्रधानमंत्री जी का देश को वर्ष 2047 तक विकसित भारत बनाने का जो लक्ष्य है उस दिशा में एक बहुत महत्वपूर्ण बजट है। यह बजट गरीब व किसान कल्याण और युवा व नारी शक्ति सशक्तिकरण समेत समाज के हर वर्ग की आशाओं और देश के संपूर्ण विकास की अपेक्षाओं को पूरा करने वाला है। वो एक विकसित भारत को बनाने का जो लक्ष्य है, उस ओर कैसे आगे बढ़ा जाए इसके लिए ये बजट प्रस्तुत किया गया है।

*विकसित भारत के चार स्तंभ ‘चारों जातियां’*
बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने निर्धन वर्ग, महिलाएं, युवाओं और किसानों को विकसित भारत की चार जातियां बताया। चारों को सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताया। विकसित भारत के लिए देश में चारों का सशक्कत होना बेहद जरूरी है। यह सरकार का स्वागत योग्य कदम है।

*स्वस्थ भारत के लिए हेल्थ सेक्टर की मजबूती पर जोर*
कोविड संकट के बाद हेल्थ सेक्टर की तरफ सरकार का विशेष फोकस रहा है। सरकार भी यह समझ चुकी है कि देश के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है आम-आदमी का स्वस्थ होना।  देश में नए मेडिकल कॉलेजों को खोलने के लिए नई कमेटी गठित करने की माननीय वित्त मंत्री उद्घोषणा स्वागत योग्य है। देश में डॉक्टरों की बहुत कमी है और इस कमी को पूरा करने के लिए आवश्यक है कि अधिक से अधिक मेडिकल कॉलेज खोले जाएं। इससे हेल्थ केयर डिलिवरी सिस्टम मजबूत होगा।

*महिला सशक्कितकरण सहित स्वास्थ्य पर फोकस*
अंतरिम बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्वास्थ्य क्षेत्र को लेकर की गई घोषणाओं में महिला स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी है। महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर को रोकने के लिए सरकार वैक्सीनेशन प्रोग्राम चलाएगी। 9-14 साल की लड़कियों को शामिल किया गया है। आयुष्मान भारत स्कीम के तहत सभी आशा वर्कर्स और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व हेल्पर्स को इसकाफायदा मिलेगा।

*अनुसंधान व इनोवेशन को मिलेगा बढ़ावा*
अनुसंधान और इनोवेशन के क्षेत्र में जो एक लाख करोड़ (1,00,000) रुपए का जो फण्ड बनाया गया है। अभी तक सामान्यत: सरकारी शैक्षणिक संस्थानों को ही स्वास्थ्य व तकनीकी के क्षेत्र में शोध के लिए फंड मिलता था। लेकिन इस बजट में गैरसरकारी शैक्षणिक संस्थानों को भी शामिल करने प्रस्ताव किया गया है। यह एक सराहानीय कदम है। इससे स्वास्थ्य के क्षेत्र में जो भी रिसर्च होगी उसका सीधा–सीधा फायदा आम जनता को ही मिलेगा।

*पर्यटन पर फोकस*
पर्यटन पर हर बार की तरह सरकार का फोकस इस बार विशेष रहा, जो स्वाग्त योग्य भी है। देश में टूरिज्म के विकास के लिए जो अपार संभावनाओं है और केंद्र सरकार की ओर यह कहा गया है कि हर राज्य अपने यहाँ आइकोनिक टूरिस्ट सेंटर डेवलप करे। इससे विदेशी पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा और राष्ट्र की आय बढ़ेगी।

*देश में स्टार्टअप सेक्टर का बढ़ेगा ग्राफ*
देश के आर्थिक विकास के लिए एंटरप्रेन्योरशिप बेहद जरूरी है। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है। सरकार ने देश में स्टार्टअप इकोसिस्टम को और आगे बढ़ाने पर पहले बजट की तरह इस बजट में फोकस किया है। अंतरिम बजट में भी स्टार्टअप सेक्टर के लिए इनकम टैक्स बेनेफिट के साथ-साथ कई अन्य सहूलियतों का भी प्रावधान जारी रहेगा।

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