उत्तराखंडपर्यावरण

*एसआरएचयू में पर्यावरण, जल, कृषि, स्थिरता और स्वास्थ्य पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कांफ्रेस का शुभारंभ*

*– ईवॉश 2023 में विशेषज्ञों, शिक्षाविदों ने कृषि-औद्योगिक उद्देश्यों और सुधारों के लिए जल प्रबंधन के महत्व पर दिया जोर*

*डोईवाला* । स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय में पर्यावरण, जल, कृषि, स्थिरता और स्वास्थ्य पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कांफ्रेस में विशेषज्ञों, शिक्षाविदों ने कृषि-औद्योगिक उद्देश्यों और सुधारों के लिए जल प्रबंधन के महत्व पर जोर दिया।
शुक्रवार को आदि कैलाश ऑडिटोरियम में स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय, सेव दी इन्वायरमेंट सोसायटी कोलकाता, गुरूग्राम, डीएवी पीजी कॉलेज देहरादून व राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी प्रयागराज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कांफ्रेंस मे ं पर्यावरण संरक्षण, जल प्रबंधन आदि के लिए वर्तमान में आवश्यक रणननीति और नीतियों को सामने लाने का प्रयास किया गया। मुख्य अतिथि स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. विजय धस्माना ने कहा कि निरंतर प्रौद्योगिकी विकास ने वैश्विक स्तर पर जीवन को आसान तो बना दिया है लेकिन स्वास्थ्य चुनौतियाँ और पर्यावरण (जल, वायु और मिट्टी) पर मानवजनित दबाव में भी लगातार वृद्धि हुई है। पर्यावरण और संपूर्ण मानवता की भलाई हमारा निरंतर मिशन रहेगा। उन्होंने कहा, ईवॉश एक अद्भुत प्रयास है जिसका उद्देश्य पर्यावरण संबंधी मुद्दों और टिकाऊ जीवन से संबंधित विभिन्न चुनौतियों का समाधान करना है।
स्वामी राम हिमालयन विश्विद्यालय के कुलपति डॉ. राजेंद्र डोभाल ने अपने अध्यक्षीय भाषण में हरित आवरण के संरक्षण और दुनिया के सामने आने वाले मुद्दों के शमन में सभी हितधारकों को शामिल करने वाले निरंतर प्रयासों के महत्व पर अपने विशेषज्ञ विचार साझा किए। कहा कि मानवजनित दबाव को कम करने के लिए उपचारात्मक उपायों को भी व्यक्तिगत स्तर पर लागू करना होगा। जिसमें पेड़ लगाना, सार्वजनिक परिवहन का विकल्प चुनना, प्रसार करना के साथ ही लोगों को भी जागरूक करना होगा। साथ ही बड़े पैमाने पर, वाहन उत्सर्जन के लिए नियंत्रण उपाय, अनुपचारित उत्सर्जन के लिए प्रोटोकॉल अपशिष्ट जल को जल निकायों में डालना, जैविक उर्वरकों और कीटनाशकों के उपयोग को प्रोत्साहित करना फसल उत्पादन का विधिवत पालन करना होगा। इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने एक सार पुस्तिका का विमोचन करने के साथ ही एसटीई वार्षिक पुरस्कार की घोषणा भी की।  इस दौरान डॉ. सुशील के सिंह वैज्ञानिक एवं अतिरिक्त निदेशक सॉलिड स्टेट फिजिक्स लेबोरेटरी डीआरडीओ दिल्ली ने सेव दी इन्वायरमेंट सोसायटी व ईवॉश कांफ्रेंस के बारे में जानकारी साझा की। विेशेष अतिथि डॉ. अरूनाभा मजूमदार संरक्षक सेव दी इन्वयारमेंट सोसायटी ने कार्यक्षेत्र के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इसके अतिरिक्त प्रोफेसर सुनील कुमार प्राचार्य डीएवी पीजी कॉलेज देहरादून व डॉ. एसके गोयल मुख्य वैज्ञानिक सीएसआईआर दिल्ली ने पर्यावरण-अनुकूल और हरित दृष्टिकोण अपनाने में हम अपना अधिकतम योगदान कैसे दे सकते हैं विषय पर चर्चा की। इससे पूर्व हिमालयन स्कूल ऑफ बायोसांइसेज के प्राचार्य डॉ. संजय गुप्ता ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। समन्वयक ईवाश-2023 प्रो. प्रशांत सिंह ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।

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