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अरमानों से बनाए घरों पर लगे खतरे के लाल निशान
रक्षा मंत्री राजनाथ जा सकते हैं जोशीमठ
जोशीमठ नगर पालिका क्षेत्र को आपदा क्षेत्र घोषित किया
जोशीमठ में 600 से ज्यादा घरों में दरारें पड़ी
चमोली। जोशीमठ शहर में हालात दिन प्रतिदिन खराब होते जा रहे है। जोशीमठ में भूधंसाव के मामले में स्थानीय प्रशासन ने कार्रवाई तेज कर दी है। इलाके में भू-धंसाव से प्रभावित लोगों के घरों पर लाल क्रॉस के निशान लगाए जा रहे हैं। इसका मतलब है कि जिन घरों पर यह निशान लगाए गए हैं, उन्हें अपने घर खाली करना पड़ेगा और राहत शिविरों में जाना पड़ेगा। हालांकि, प्रशासन की इस पहल को लेकर स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी देखी जा रही है। लोगों का कहना है कि अचानक से उन्हें घर छोड़कर जाने के लिए कहा जा रहा है लेकिन यह भी स्थायी व्यवस्था नहीं है। वहीं, घरों पर लाल क्रॉस का निशान लगाए जाने से लोगों में काफी बेचौनी है। लोग अपनी घर-गृहस्थी छोड़कर जाने को तैयार नहीं हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जोशीमठ का दौरा करने आ सकते हैं। बताया जा रहा है कि मंगलवार को वह जोशीमठ पहुंच कर भूधंसाव की स्थिति का जायजा ले सकते हैं। हालांकि रक्षामंत्री के आने की आधिकारी जानकारी सामने नहीं आई है।
दरअसल भू-धंसाव के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने जोशीमठ को तीन जोन में बांट दिया है। ये तीन जोन असुरक्षित, सुरक्षित और बफर जोन में बांटे गए हैं। जोन के आधार पर घरों के चिन्हीकरण के आदेश दिए गए हैं। असुरक्षित जोन में ऐसे मकान होंगे जो ज्यादा जर्जर हैं और रहने लायक नहीं हैं। सुरक्षित जोन में वो भवन होंगे जिनमें हल्की दरारें हैं और दरारों का आकार स्थिर है बढ़ नहीं रहा है। बफर जोन में वो भवन होंगे जिनमें हल्की दरारें हैं, लेकिन दरारों के बढ़ने का खतरा है।
जिला प्रशासन घरों पर लाल निशाना लगाकर इलाकों को असुरक्षित घोषित कर रहा है। वहीं लोगों से भी अपील की जा रही है कि वो लाल निशाना वाले क्षेत्रों में न जाए। जोशीमठ में 600 से ज्यादा घरों में दरारें पड़ी हुई है। 100 से ज्यादा घर ऐसे है जो कभी भी ढह सकते है। वहीं प्रशासन 60 से ज्यादा परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर भेज चुका है।
चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया कि जिले में अगले आदेश तक सभी निर्माणकार्यों पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा जो रिलीफ कैंप बनाए गए हैं, उसका अधिकारी निरीक्षण कर रहे हैं। साथ ही अस्थाई रूप से विस्थापित परिवार को राहत सामग्री भी दी जा रही है। वहीं जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बताता कि जोशीमठ नगर पालिका क्षेत्र को आपदा क्षेत्र घोषित किया गया है। इसके अलावा भारत सरकार की दो टीमें आज 9 जनवरी को जोशीमठ पहुंच रही है। पहली जल शक्ति मंत्रालय की हाईलेवल टीम है और दूसरी गृह मंत्रालय की बॉर्डर मैनेजमेंट की टीम भी जोशीमठ पहुंच रही है।
हालात पर सीएम धामी की नजर
जोशीमठ के हालात पर खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी नजर बनाए हुए हैं। शनिवार को सीएम धामी ने पूरे इलाके का हवाई और जमीनी सर्वेक्षण किया था। सीएम धामी ने यहां के लोगों से बात की और जमीनी स्तर पर हालात को समझा। जिसके बाद जोशीमठ में खतरे के जोन में रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा रहा है। वहीं, सीएम धामी ने कहा कि जोशीमठ में सरकार द्वारा प्रभावित नगरवासियों की सुरक्षा, पुनर्वास एवं क्षेत्र के संरक्षण हेतु कार्य तीव्र गति से संचालित हैं। पीएम मोदी भी व्यक्तिगत रूप से क्षेत्र की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। इस संकट की घड़ी में हम जोशीमठ के साथ खड़े हैं।
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