उत्तराखंडभ्रष्टाचार
लेखपाल 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार
विजिलेंस टीम ने हरिद्वार से बहादराबद चंकबंदी कार्यालय से दबोचा

जमीन के फर्जीवाड़े के आरोपी से मांगे थे एक लाख
देहरादून। उत्तराखंड विजिलेंस ने भ्रष्टाचार के आरोप में एक लेखपाल को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी जमीन फर्जीवाड़े के एक मामले में रिश्वत ले रहा था। विजिलेंस की टीम ने आरोपी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। इधर, विजिलेंस की भ्रष्टाचारियों के खिलाफ चल रही लगातार कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है।
विजिलेंस से मिली जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता मोहम्मद यूसुफ पुत्र नूरहसन निवासी ग्राम बोडाहेड़ी, रुड़की ने हैल्प लाईन नंम्बर 1064 के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई कि रांगड़वाला में वर्ष 2013 में खरीदी गई वसीयत की जमीन को शिकायतकर्ता ने खरीद फरोख्त कर अन्य को बेच दिया गया था। इस प्रकरण में आरोपी लेखपाल विरेन्दर कुमार पुत्र स्व. गंगादास, निवासी मकान नंम्बर-120, सिंधी वाली गली, थाना गंगनहर मूल निवासी ग्राम बनेड़ाजट, पोस्ट-बनेड़ाजट, थाना बाबरी, जिला शामली, उत्तर प्रदेश चकबंदी लेखपाल रांगड़वाला, मानुमास क्षेत्र धनौरी, चकबंदी कार्यालय बहादराबाद जिला हरिद्वार में तैनात है। जो कि शिकायतकर्ता को भय दिखा कर कि इस संबंध में एडीएम कार्यालय हरिद्वार में वाद दर्ज है तथा शिकायतकर्ता के खिलाफ थाने पर मुकदमा दर्ज कराये जाने के आदेश पारित हो गए हैं, जिससे वह शिकायतकर्ता को मुकदमें पंजीकृत होने से बचाने की एवज में एक लाख रूपये रिश्वत की माँग की गयी थी, जिसमें आरोपी से 50 हजार रिश्वत की बात तय कर ली गयी।
पुलिस अधीक्षक, सतर्कता सैक्टर रेनू लोहनी ने इस शिकायती प्रार्थना पत्र में अंकित आरोपों का संज्ञान लेते हुए गोपनीय रूप से जांच करायी गयी। जांचोपरान्त लगाये गये आरोप प्रथम दृष्टया सही पाये गये। जिस पर त्वरित रूप से ट्रैप टीम का गठन किया गया। गुरुवार को ट्रैप टीम ने आरोपी चकबंदी लेखपाल विरेन्दर कुमार को चकबंदी कार्यालय बहादराबाद से सतर्कता की ट्रैप टीम ने अपराहन लगभग 1ः00 बजे शिकायतकर्ता से रिश्वत ग्रहण करते हुए स्वतंत्र गवाहो के समक्ष रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। इस सम्बन्ध में थाना सर्तकता अधिष्ठान, सैक्टर देहरादून में आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (संशोधित 2018) का अभियोग पंजीकृत किया जा रहा है। ट्रैप टीम के उत्साह वर्धन के लिए निदेशक सतर्कता मने नगद पुरस्कृत दिए जाने की घोषणा की।