
रात भर कई इलाके डूबे रहे अंधेरे में
विद्युत आपूर्ति बाधित होने से लोगों के सामने पेयजल की किल्लत
देहरादून। आंधी व तूफान ने प्रदेश में बड़ा कहर मचाया है। आंधी के कारण लोगों को भारी नुकसान हुआ है। इसके कारण पेड़ गिरने से तीन लोगों ने जान गवांई है जबकि कई घायल हो गए है। बारिश के साथ आए तूफान के कारण प्रदेश के कई इलाके रात भर अंधेरे में डूबे रहे। तूफान के कारण विद्युत आपूर्ति बाधित होने से कई क्षेत्रों को पानी की किल्लत का सामना भी करना पड़ा। सड़कों पर पेड़ गिरने के कारण आवाजाही भी प्रभावित हुई।
मिली जानकारी के अनुसार ज्वालापुर में कटहरा बाजार स्थित अंसारी मार्केट में करीब 100 वर्ष पुराना पीपल का पेड़ था। मंगलवार देर शाम बारिश शुरू हुई तो यहां रेहड़ी लगाने वाले कुछ लोग इसके नीचे खड़े हो गए। रात साढ़े नौ बजे पेड़ अचानक गिर गया। दो घंट के रेस्क्यू में इरफान, समीर और हर्ष को निकाल लिया गया। इरफान गंभीर है, उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। वहीं, मौके से लापता मुनीर (10 वर्ष) रात करीब पौने एक बजे मलबे में दबा मिला। अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया। हरिद्वार में ही कोतवाली क्षेत्र स्थित चमगादड़ टापू में भी एक पेड़ गिर गया। इसकी चपेट में आने से सोनीपत निवासी योगेश की मौत हो गई।
दूसरी ओर कोटद्वार स्थित बुद्धा पार्क के पास सड़क पर दो पेड़ गिर गए। हादसे में एक व्यक्ति घायल हो गया।
प्रेमगनर में अंधड़ से एक कुटिया ढह गई, जिससे एक व्यक्ति घायल हो गया, वह भी गंभीर है। ऋषिकेश में रायवाला-गौहर माफी मार्ग यूकेलिप्टस का पेड़ गिरने से अवरुद्ध हो गया। इसके साथ ही हाईटेंशन लाइन से टूटने से बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। उत्तरकाशी में यमुनोत्री हाईवे पर खनेड़ा-किसाला के पास भूस्खलन के बाद हाईवे पर आवाजाही बंद हो गई। वहीं कामर गांव से करीब 12 किमी ऊपर बुग्याल क्षेत्र में बिजली गिरने से 26 बकरियों की मौत हो गई। वहीं कई जगह फसलों को भी नुकसान पहुंचा है।