उत्तराखंडपुलिस डायरी

एसटीएफ ने दबोचा अंडरवल्र्ड डाॅन छोटा राजन का साथी

पत्रकार की हत्या में पैरोले से हुआ था फरार

पत्रकार जे.डे. की हत्या को दिया अंजाम
देहरादून। मुंबई में पत्रकार जे.डे. की हत्या में उम्रकैद की सजायाफ्ता अंडरवल्र्ड डाॅन छोटा राजन का करीबी दीपक दलवीर सिंह सिसोदिया पुत्र दलवीर सिसोदिया निवासी जीतपुर नेगी नैनीताल को पैरोल से फरार चल रहा था जिसको उत्तराखण्ड की एसटीएफ ने भारत-नेपाल बाॅर्डर से गिरफ्तार किया। हत्यारे के खिलाफ नैनीताल जनपद में भी दो मुकदमें भी दर्ज है। एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि एसटीएफ ने अब तक 47 इनामियों को जेल भेज दिया है।
ऑपरेशन  प्रहार के तहत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने उत्तराखंड में गैंगस्टर एवं इनामी अपराधियों के विरुद्ध ठोस रणनीती बनाकर लगातार कार्रवाई को अपनी टीमों में कराई जा रही है।  सीओ एसटीएफ सुमित पांडे ने गठित एसटीएफ टीम ने हल्द्वानी थाने के 25 हजार रूपये के ईनामी गैंगस्टर दीपक सिसौदिया को भारत-नेपाल बॉर्डर में बनबसा से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अपराधी वर्ष 2011 में मुंबई में हुए पत्रकार जे.डे की हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहा था और पिछले वर्ष जनवरी माह में मुंबई की अमरावती सेन्ट्रल जेल से पैरोल पर छूटकर हल्द्वानी आया था जिसे मार्च में वापस जेल में जाना था लेकिन अपराधी दीपक सिसौदिया पैरोल से फरार हो गया जिस पर मुंबई पुलिस ने उसके विरुद्ध थाना हल्द्वानी में एक मुकदमा एफआईआर संख्या 327/22 धारा 224 आईपीसी में पंजीकृत करवाया था, तथा एसएसपी नैनीताल ने उसपर 25 हजार रूपये का ईनाम घोषित किया था।
छोटा राजन गैंग से ताल्लुख रखने वाला इस इनामी अपराधी दीपक सिसोदिया की गिरफ्तारी के लिए उत्तराखण्ड पिछले एक साल से प्रयास कर रही थी लेकिन दीपक सिसोदिया के नेपाल में छिपे होने के कारण उसकी गिरफ्तारी सम्भव नही हो पा रही थी। एसटीएफ को ऐसी गोपनीय सूचनाएँ मिल रही थी कि दीपक चोरी-छिपे हल्द्वानी आता है जिस पर टीम काम कर रही थी कल देर रात्रि टीम को सूचना मिली कि दीपक सुबह- सुबह आने वाला है इस पर टीम को बनबसा क्षेत्र में लगाया गया था सटीक मुखबिरी के अनुसार दीपक कार फोर्ड फियेस्टा से नेपाल से बनबसा पहुँचा जिसे टीम ने बनबसा रेलवे स्टेशन के पास से धर दबोचा। उसे बनबसा से लाकर हल्द्वानी थाने में दाखिल कराया गया है। जहाँ से उसे बाद में मुंबई भेजा जाएगा। एसटीएफ की इस कार्रवाई में हेडकांस्टेबल महेन्द्र गिरी, किशोर कुमार व कांस्टेबल मोहित वर्मा की विशेष भूमिका रही।
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल के मुताबिक, दीपक सिसोदिया को मुंबई की कोर्ट ने महाराष्ट्र के मशहूर खोजी पत्रकार जेडे की हत्या शामिल होने के आरोप में उम्रकैद की सजा सुनायी थी, तब से वह महाराष्ट्र की अमरावती सेन्ट्रल जेल में बन्द था। जनवरी 2022 को उसे 45 दिन की पैरोल पर रिहा किया गया था उसे पैरोल की अवधि मार्च में खत्म होने पर अमरावती जेल वापस जाना था लेकिन वह फरार हो गया। दीपक सिसोदिया हल्द्वानी का रहने वाला है और यह ’जून 2011 में मुंबई में हुए अंग्रेजी सांध्य दैनिक अखबार मिड डे के वरिष्ठ पत्रकार जेडे की हत्या में सम्मिलित होने का दोषी पाया गया था। इसने अण्डरवर्ड डॉन छोटा राजन गैंग के शूटरों साथ सम्मिलित होकर इस हत्याकांड को अंजाम दिलाया था, जिसमे यह अपराधी उम्रकैद की सजा काट रहा था।। पिछले वर्ष में पैरोल में आने के बाद वापस न जाकर नेपाल भाग गया था । तब से एसटीएफ इस अपराधी के बारे में अपनी जानकारी एकत्रित कर रही थी और उन्ही एकत्रित जानकारी के आधार पर सटीक योजना बनाकर इस अपराधी की गिरफ्तारी संभव हो पाई।

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