*-ग्राम्य विकास संस्थान में प्लम्बर कम इलैक्ट्रीशियन व डेटा एंट्री कम ऑफिस अस्सिटेंट सीमित अवधि के निशुल्क पाठ्यक्रम का शुभारंभ*
*-अध्यक्ष डॉ.विजय धस्माना ने किया औपचारिक शुभारंभ, प्रतिभागी युवाओं से प्रैक्टिकल नॉलेज को बढ़ाने का किया आह्वान*
डोईवाला- कौशल विकास व युवाओं के लिए रोजगार की दिशा में स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) जौलीग्रांट ने एक अभिनव पहल की है। विश्वविद्यालय के ग्राम्य विकास विभाग (आरडीआई) की ओर से सीमित अवधि के रोजगारपरक होने के साथ निशुल्क पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं। इसमें प्लम्बर कम इलैक्ट्रीशियन और डेटा एंट्री कम ऑफिस असिस्टेंट शामिल है। एसआरएचयू के अध्यक्ष डॉ.विजय धस्माना ने पाठ्यक्रमों का औपचारिक शुभारंभ किया।
आरडीआई के दूनागिरी सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि अध्यक्ष डॉ.विजय धस्माना ने औपचारिक शुभारंभ करते हुए कहा कि युवाओं को इस अवसर का लाभ उठाने के लिए आह्वान किया और बताया कि यह कार्यक्रम उनकी व्यक्तिगत विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा। इसके माध्यम से उन्हें उद्योग जगत, संस्थानों व सामुदायिक स्तर की आवश्यकताओं के अनुरुप तैयार करने का प्रयास किया जा रहा है। प्रतिभागी युवाओं से किताबी ज्ञान के साथ प्रैक्टिकल नॉलेज को बढ़ाने का भी आह्वान किया।
समारोह के आखिर में नितेश कौशिक ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ.मुकेश बिजल्वाण, आरडीआई के उपनिदेशक डॉ.राजीव बिजल्वाण, मैनेजर नीलम पाण्डेय, एचएसएसटी प्रिसिंपल डॉ.प्रमोद कुमार, प्रशिक्षक शिवानी, अनुज, अभिषेक, लखपत बिष्ट आदि उपस्थित रहे।
*दोनों पाठ्यक्रम (प्लम्बर कम इलैक्ट्रीशियन व डेटा एंट्री कम ऑफिस असिस्टेंट) पूरी तरह निशुल्क*
अध्यक्ष डॉ.विजय धस्माना ने बताया कि यह दोनों पाठ्यक्रम पूरी तरह निशुल्क होंगे। यह युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए विश्वविद्यालय की ओर से की गई एक अभिनव पहल है। अच्छे अंकों से उत्तीर्ण करने वाले छात्रों को अलग से सहयोग राशि भी प्रदान की जाएगी।
*एसआरएचयू के विभिन्न विभाग करेंगे सहयोग*
आरडीआई के उपनिदेशक डॉ.राजीव बिजल्वाण ने बताया कि यह कार्यक्रम राष्ट्रीय कौशल विकास कार्यक्रम के अनुरुप तैयार किए गए हैं। विश्वविद्यालय के ही विभिन्न विभागों की मदद से इन पाठ्यक्रमों का संचालन किया जाएगा। इसमें हिमालयन स्कूल ऑफ सांइस एंड टेक्नोलॉजी, स्किल सैंटर एवं इन्जीनियरिंग विभाग महत्वर्णू भूमिका निभाएंगे।
*30-30 युवाओं का चयन*
आरडीआई में मैनेजर नीलम पाण्डेय ने बताया कि दोनों कार्यक्रम इसी माह से प्रारंभ किए जा रहे हैं। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से 30-30 छात्र-छात्राओं का चयन कर लिया गया है। युवा प्रतिभागियों में इन पाठ्यक्रमों को लेकर उत्साह भी देखा जा रहा है।