उत्तराखंडशासन

राज्य में भूमि खरीदने वाले बाहरी व्यक्तियों को भरना होगा घोषणा पत्रः धामी

राज्य में रह रहे बाहरी लोगों के लिए चलेगा सघन सत्यापन अभियाना

आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को किया जाएगा चिन्हित
आपदा प्रबंधन और आगामी कांवड यात्रा को लेकर दिए जरूरी निर्देश

देहरादून। देहरादून। डोभाल चौक पर हुए रवि बडोला हत्याकांड के बाद उत्तराखंड की धामी सरकार ने सख्त रुख अख्तियार किया है। मुख्यमंत्री धामी ने गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास में उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक के दौरान सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था का सख्ती से पालन करवाया जाए। इसके साथ ही राज्य में रह रहे बाहरी लोगों का सघनता से सत्यापन भी किया जाए। सीएम ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि जो भी बाहरी व्यक्ति राज्य में जमीन खरीदने के लिए आ रहे हैं, वे किस पर्पज से जमीन खरीद रहे हैं? और उनका उद्देश्य क्या है, इसकी जानकारी लेनी होगी।
सीएम ने बैठक के दौरान कहा कि बाहरी लोगों के जमीन खरीद का उद्देश्य और आपराधिक विवरण की जानकारी के लिए निर्धारित प्रारूप पर घोषणा पत्र भरवाया जाए। साथ ही बाहरी लोगों के जमीन खरीदने से पहले इसकी भी सघनता से जांच भी करवाई जाएगी। ताकि, इसकी जानकारी मिल सके कि उन पर कहीं कोई आपराधिक मामला तो नहीं चल रहा है। इसके अलावा, जांच के दौरान अगर किसी व्यक्ति पर आपराधिक मामला पाया जाता है, तो प्रारूप पर उसका स्पष्ट उल्लेख हो। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को चिन्हित किया जाए। साथ ही कानून-व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कारवाई की जाए।
सीएम धामी ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि वनाग्नि, पेयजल, और बिजली की समस्याओं को दूर करने के लिए लगातार बैठक कर समीक्षा की जाए। इस तरह की आगे कोई समस्याएं न हों, इसके लिए जो भी बेहतर उपाय किए जाने हैं, उसको जल्द किया जाए। इसके अलावा, काम में लापरवाही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए। आपदा प्रबंधन और आगामी कांवड़ यात्रा को देखते हुए सभी तैयारियां पूरी रखने के भी सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि शासन के वरिष्ठ अधिकारी लगातार, सभी जिलाधिकारियों के संपर्क में रहें। जिलों से किसी भी प्रकार की सहायता के अनुरोध किए जाने पर उनका जल्द से जल्द समाधान किया जाए।
बैठक में मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, डीजीपी अभिनव कुमार, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, दिलीप जावलकर, शैलेश बगोली, विनय शंकर पाण्डेय, एडीजी ए.पी. अंशुमन, विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते, उपाध्यक्ष एमडीडीए बंशीधर तिवारी, अपर सचिव जे.सी. कांडपाल उपस्थित थे।

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