यूपीसीएल का जेई 35 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार
घूस की रकम पकड़ने के बाद विजिलेंस टीम को देखते ही नोटों की गड्डी फेंकी
रामपुर। अगर आपको यह नहीं मालूम है कि किसी भी मामले में रिश्वत के दौरान अगर कोई अधिकारी या कर्मचारी पकड़ा जाता है तो ऐसा क्यों लिखा और कहा जाता है कि घूस लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। रिश्वत की रकम लेने के बाद अगर आरोपी के हाथ धुलवाने के बाद पानी का रंग बदल जाए तो समझिए कि उसकी रकम रिश्वत की है। ऐसा इसलिए की रिश्वत की जो रकम दी जाती है उसे पहले केमिकल के साथ रखा जाता है या उन नोटों में केमिकल लगाया जाता है। नोट गिनने के दौरान यह केमिकल हाथों में लग जाता है जो कि इस बात का प्रमाण होता है कि यह रकम आरोपी की नहीं बल्कि उसे किसी ने दी है। तो ऐसा ही एक मामला आज हुआ है जिसमें आरोपी के हाथ धुलवाने ही पड़े।
मामला उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले से लगे उत्तर प्रदेश के रामपुर का है। मीटर बदलने के लिए व्यक्ति काफी समय से परेशान था और जेई ने उससे कहा की समस्या का हल हो जाएगा। घूस लेने के लिए जब रम पहुंचे तो उन्होंने रुपयों से भरी गड्डी पकड़ी मगर टीम को देखते ही फेंक दी३. फिर उनके हाथ धुलवाए गए तो पानी ने रंग बदल दिया।
सैफनी (रामपुर)। एंटी करप्शन टीम ने विद्युत निगम के जेई को 35 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। टीम को देखकर जेई ने रुपयों को कार के नीचे फेंक दिया और बचने का प्रयास करने लगा। लेकिन टीम ने तुरंत उसे दबोच लिया और थाने ले आई। चार घंटे चली कार्रवाई के बाद टीम जेई को अपने साथ ले गई। सैफनी थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है।
सैफनी थाना क्षेत्र के भजनपुर गांव निवासी नासिर ने 6 वर्ष पूर्व बिजली का घरेलू कनेक्शन कराया था। लेकिन बिजली कर्मियों ने मीटर दूसरे के नाम से लगा दिया था। इसके कारण नासिर का बिल जमा नहीं हो पा रहा था। उपभोक्ता ने विद्युत निगम के अधिकारियों से कई बार मीटर उसके नाम कराने की मांग की। लेकिन मीटर नहीं बदला गया। नासिर का आरोप है कि सैफनी बिजली घर के अवर अभियंता ने नया मीटर लगवाने के नाम पर उससे 35 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। पीड़ित ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से की। टीम ने जेई को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया।
इसके तहत शुक्रवार दोपहर भूड़ा गेट के पास नासिर ने रुपये देने के लिए जेई को बुलाया। घूस के रकम लेने के लिए जेई भी तुरंत अपनी कार से मौके पर पहुंच गया। जेई विकास संतोषी अपनी कार में बैठकर घूस की रकम गिनने लगा। तभी एंटी करप्शन की टीम ने जेई को दबोच लिया। एंटी करप्शन टीम को देखते ही जेई ने घूस की रकम गाड़ी के नीचे फेंक दी। टीम ने केमिकल वाले पानी से जेई के हाथ धुलवाए तो पानी का रंग बदल गया। इस पर टीम जेई को हिरासत में लेकर रुपयों सहित थाने ले गई। वहां कई घंटे तक चली कार्रवाई के बाद टीम जेई को अपने साथ ले गई। भ्रष्टाचार निवारण संगठन मुरादाबाद इकाई के निरीक्षक ट्रैप प्रभारी सुखवीर सिंह भदौरिया ने सैफनी थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी है। आरोपी अवर अभियंता 33/11 केवी बिजली घर सैफनी विकास संतोषी पुत्र शिव कुमार कालीचरन मार्ग सुभाष नगर बरेली का निवासी है।