
देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली स्थित उत्तराखंड सदन से शारदा कॉरिडोर परियोजना के संबंध में बैठक ली। बैठक के दौरान सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि शारदा कॉरिडोर के कार्य में तेजी लाई जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शारदा कॉरिडोर परियोजना के लिए भूमि का संयुक्त सर्वेक्षण जल्द किया जाए। शारदा कॉरिडोर क्षेत्र में भूस्खलन की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र का अध्ययन कर उनके सुरक्षात्मक उपायों पर भी कार्य किया जाए। इस परियोजना के तहत धार्मिक एवं सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए शारदा नदी के किनारे रिवरफ्रंट विकसित किया जाएगा। रिवरफ्रंट के अंतर्गत नदी के किनारे घाटों का सौंदर्यीकरण कर पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं को अनेक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
शारदा नदी चंपावत जिले में बहती है। शारदा कॉरिडोर के निर्माण के लिए मास्टर प्लान तैयार हो रहा है। मास्टर प्लान तैयार करने के लिए परामर्श दाई संस्था मेकेंजी को दायित्व सौंपा गया है। इसके साथ ही शक्तिपीठ मां पूर्णागिरि मेले का भी तीन माह के बजाय वर्ष भर संचालन करने का प्रावधान किया जा रहा है। दरअसल चंपावत जिले में धार्मिक, साहसिक पर्यटन, प्राकृतिक सौंदर्य के कारण आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। मां पूर्णागिरि शक्तिपीठ, स्वामी विवेकानंद के आश्रम, तीर्थ स्थल रीठा साहिब, गुरु गोरखनाथ मंदिर का जिम कॉर्बेट की कर्म स्थली के साथ ऐतिहासिक महत्व भी है। पूर्णागिरि मेले में बड़ी संख्या में लोग दर्शन के लिए आते हैं। इसी के कारण शारदा कॉरिडोर परियोजना का निर्माण कार्य किया जा रहा है।
सीएम धामी के साथ वर्चुअल मीटिंग में सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम और स्थानिक आयुक्त अजय मिश्रा के साथ अन्य लोग मौजूद थे। वहीं दिल्ली में उनके साथ पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज और राज्यसभा सांसद नरेश बंसल मौजूद रहे।