
परिजनों को समझाया, पुनः ऐसा प्रयास करने पर होगी सख्त कार्यवाही
जन सहयोग से ही बाल विवाह मुक्त बनेगा जनपद: डॉ गहरवार
रुद्रप्रयाग। जिले में बाल विवाह की घटनाओं को रोकने को लेकर जिला प्रशासन स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत मंगलवार को दो बाल विवाह को रोका गया। प्रशासन की टीम ने समय से गांव में पहुंचकर बाल विवाह को रूकवाया। प्रशासन की इस कार्यवाही से क्षेत्र की जनता में भी खुशी देखने को मिल रही है और अन्य लोग भी इस अभियान का हिस्सा बन रहे हैं। अब तक की कार्यवाही में 14 बाल विवाह रुकवाए जा चुके हैं।
जिलाधिकारी डॉ सौरभ गहरवार के निर्देशन में जनपद को बाल विवाह मुक्त कराने की दिशा में चलाए जा रहे अभियान के तहत दो और बाल विवाह रुकवाए गए। गुप्तकाशी थाने से मिली जानकारी के आधार पर महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग की टीम ने त्वरित कार्यवाही करते हुए अगस्त्यमुनि विकासखंड के ग्राम डमार में बाल विवाह को रूकवाया। इसके अलावा ग्राम स्तर के संवाद सूत्र से मिली जानकारी के तहत जखोली विकास खंड के ग्राम भुनाल में नाबालिग बालिका की शादी होने से रोका गया। दोनों प्रकरणों में बालिकाओं की उम्र 14 वर्ष, जबकि जिन पुरुषों से इनके विवाह करवाए जाने की कोशिश हो रही थी, उनकी उम्र 24 और 25 वर्ष की थी।
टीम की ओर से ग्राम प्रधान एवं आंगनवाड़ी कार्यकत्री से कहा गया कि वे नियमित रूप से इन परिवारों पर नज़र रखें और अगर भविष्य में इनके द्वारा पुनः इस तरह का प्रयास किया जाता है तो तत्काल चाइल्ड हेल्प लाइन के टोल फ्री नंबर 1098, वन स्टाप सेंटर के नंबर 01364 297373, अपने पटवारी चौकी या नज़दीकी थाने पर तत्काल सूचित करें। जन सहयोग से ही जनपद को बाल विवाह मुक्त बनाया जा सकता है। दो माह से चलाए जा रहे बाल विवाह मुक्त रुद्रप्रयाग अभियान में महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग की टीम द्वारा अब तक 14 बाल विवाह रुकवाए जा चुके हैं। टीम में वन स्टॉप सेंटर से केंद्र प्रशासक रंजना गैरोला भट्ट, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना समन्वयक दीपिका कांडपाल, चाइल्ड हेल्पलाइन के सुपरवाइजर सुरेंद्र सिंह एवं केस वर्कर अखिलेश सिंह के साथ ग्राम पंचायत डामर की प्रधान गुड्डी देवी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता किरन देवी, ग्राम पंचायत भुनाल गांव की प्रधान सिमरन देवी और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सुनीता शामिल थी।