रामनगर। बोर्ड ने परीक्षार्थियों को दोनों प्रश्नों की एवज में सात अंक बोनस देने का निर्णय लिया है। उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद ने इंटरमीडिएट के गणित के परीक्षार्थियों को पाठ्यक्रम से बाहर से आए दो सवालों पर राहत दी है। बोर्ड ने परीक्षार्थियों को दोनों प्रश्नों की एवज में सात अंक बोनस देने का निर्णय लिया है। इसे लेकर गोपनीय पत्र उपनियंत्रक, उपप्रधान परीक्षक और सहायक परीक्षक को जारी किया है।
उत्तराखंड बोर्ड के इतिहास में बोनस अंक देने का यह पहला निर्णय है। बोर्ड की गणित की परीक्षा में प्रश्न पत्र (संकेतांक 428 आईजीएफ) संख्या 12 में पूछा गया प्रायिकता बंटन और प्रश्न संख्या 21 में पूछा गया रेखा और वक्र का क्षेत्रफल सवाल कोर्स से बाहर से आए थे। दोनों प्रश्न सात अंकों के थे। दोनों प्रश्नों को लेकर सवाल खड़े हुए थे। राजकीय शिक्षक संघ ने दोनों प्रश्नों पर बोनस अंक की मांग की उत्तराखंड बोर्ड से की थी।
बोर्ड की ओर से प्रश्नों को पाठ्यक्रम से बाहर नहीं बल्कि पैटर्न बदले होने की बात कही गई थी। उत्तराखंड बोर्ड ने प्रश्नपत्र में आए प्रश्नों को लेकर जांच कमेटी गठित की थी। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट संस्तुतियों के साथ दी थी। इसके बाद बोर्ड की ओर से प्रश्न संख्या 12 के लिए निर्धारित दो और प्रश्न संख्या 21 के लिए निर्धारित पांच अंकों को बोनस के रूप में देने का निर्णय लिया गया हैदोनों प्रश्नों के संबंध में प्रत्यावेदन आए थे। जांच कमेटी का भी गठन किया गया था। इस प्रकरण में बच्चों के हित में निर्णय लिया जा रहा है और बच्चों के हित प्रभावित नहीं होंगे।
सचिव उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद डॉ. नीता तिवारी, ने कहा कि सभी परीक्षार्थियों को बोनस अंक का लाभ दिया जाएगा। भले ही किसी ने प्रश्न हल किया है या हल करने का प्रयास या फिर हल नहीं किया है। बोर्ड सचिव के हस्ताक्षर से जारी आदेश को मूल्यांकन केंद्रों के उपनियंत्रकों को भेजा गया है।