उत्तराखंडपुलिस डायरी

केदारनाथ यात्रा में नियमों के उल्लंघन पर 146 का चालान

अब तक 2,461 घोड़े-खच्चरों का किया गया स्वास्थ्य परीक्षण

रुद्रप्रयाग। भगवान शिव के आशीर्वाद से केदार यात्रा अभूतपूर्व रूप से संचालित हो रही है। गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर सुव्यवस्थित यात्रा कराना जिला प्रशासन के लिए भी एक बड़ी चुनौती है। इसके लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट, पुलिस प्रशासन, यात्रा मैनेजमेंट फोर्स सहित अन्य संबंधित अधिकारी लगातार पैदल मार्ग पर प्रतिदिन निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार कर व्यवस्था दुरुस्त करने में लगे हैं, जिससे देश-विदेश से बाबा केदारनाथ के दर्शनों को पहुंच रहे श्रद्धालुओं को असुविधा का सामना ना करना पड़े।
केदारनाथ पैदल मार्ग पर घोड़ा-खच्चर संचालन का मैनेजमेंट सबसे कठिन चुनौतियों में से एक है। घोड़ा-खच्चरों के कारण यात्रा बाधित न हो, इसके लिए इस वर्ष रोटेशन के आधार पर अधिकतम पांच हजार घोड़े एक बार में यात्रा मार्ग पर संचालित कराए जा रहे हैं। जिसमें से एक हजार घोड़े माल ढोने के लिए रिजर्व रखे गए हैं। मुख्य मार्ग पर जाम की स्थिति पैदा न हो, इसके लिए जिला प्रशासन ने घोड़े-खच्चरों के मुख्य मार्ग पर विश्राम पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाया हुआ है। अब तक यात्रा मार्ग पर 2,461 घोड़े का स्वास्थ्य परीक्षण करने के साथ बीमार व चोटिल होने पर 685 घोड़े-खच्चरों का उपचार किया जा चुका है। अनियमितता एवं नियमों के उल्लंघन पर 146 घोड़े-खच्चरों का चालान कर उन्हें ब्लॉक भी किया जा चुका है।
गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग के मुख्य मार्ग से 50 मीटर की दूरी पर ही घोड़े-खच्चर रोके जा सकते हैं। घोड़ा-खच्चर यूनियन भी इन नियमों का पालन कर रहे हैं, लेकिन कुछ हॉकर मुख्य मार्ग एवं इसके नजदीक घोड़े-खच्चर खड़े कर रहे हैं, जिससे पैदल मार्ग में संकरे स्थान पर जाम जैसी स्थिति पैदा होने के साथ ही गंदगी होती है। यात्रियों को ऐसी किसी परेशानी का सामना न करना पड़े, इसके लिए निरीक्षण के साथ ही लगातार चालान एवं घोड़े-खच्चर पर प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है। साथ ही यात्रियों के लिए बनाए गए शेड में घोड़े-खच्चर बंधे मिलने पर भी चालान एवं घोड़े-खच्चर पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ आशीष रावत ने बताया कि यात्रा शुरू होने से आज तक यात्रा मार्ग पर 2,461 घोड़े का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा चुका है। बीमार व चोटिल होने पर 685 घोड़े-खच्चरों का उपचार किया जा चुका है, जबकि 40 घोड़े-खच्चर अनफिट पाए गए हैं, जिन पर प्रतिबंध लगाया गया। वहीं अनियमितता एवं नियमों के उल्लंघन पर अब तक 146 घोड़े-खच्चरों का चालान कर उन्हें ब्लॉक किया जा चुका है। केदारनाथ धाम पहुंच रहे श्रद्धालु जिला प्रशासन के इस प्रयास की सराहना कर रहे हैं।

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