प्रदेश के लोगों में आतंकवादियों के खिलाफ भयानक आक्रोश
देहरादून। उत्तराखंड के 5 जवानों ने जम्मू कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकी हमले में देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी है। 5 शहीद जवानों में 2 पौड़ी, 2 टिहरी और रुद्रप्रयाग का है। जवानों की शहादत से उत्तराखंड में शोक का माहौल है। लोगों में आतंकवादियों के खिलाफ भयानक आक्रोश है।
जम्मू कश्मीर के कठुआ में आतंकी हमले में टिहरी जिले के जांबाज आदर्श नेगी शहीद हुए हैं। कीर्तिनगर में थाती डागर निवासी राइफलमैन आदर्श नेगी राइफलमैन के पद पर तैनात थे। 26 वर्षीय आदर्श टिहरी जिले के कीर्तिनगर ब्लॉक के थाती डागर गांव के रहने वाले थे। उनके पिता दलबीर सिंह नेगी गांव में ही खेतीबाड़ी का काम करते हैं। आदर्श की बारहवीं तक की पढ़ाई राजकीय इंटर कॉलेज पिपलीधार से हुई। 2019 में वह गढ़वाल राइफल्स में भर्ती हो गए। उस दौरान वह गढ़वाल विश्वविद्यालय से बीएससी द्वितीय वर्ष की पढ़ाई के दौरान फौज में भर्ती हो गये थे।
जम्मू कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकी हमले में रुद्रप्रयाग जिले के कांडाखाल निवासी आनंद सिंह रावत भी शहीद हुए हैं। आनंद सिंह रावत की उम्र 41 साल थी। वो सेना में नायब सुबेदार के पद पर थे। उनकी शहादत की खबर आने के बाद से परिवार में मातम का माहौल है। शहीद का परिवार देहरादून में रहता है। उनकी मां और भाई गांव में रहते हैं।
पौड़ी जिले के हवलदार कमल सिंह भी कठुआ आतंकी हमले में शहीद हुए हैं। हवलदार कमल सिंह लैंसडाउन तहसील के पापरी गांव के निवासी थे। पौड़ी गढ़वाल जिले के राइफलमैन अनुज नेगी भी कठुआ आतंकी हमले में शहीद हो गए हैं। अनुज नेगी रिखणीखाल तालुक के डोबरिया गांव के निवासी थे।
टिहरी गढ़वाल जिले के नायक विनोद सिंह भी कठुआ आतंकी हमले में शहीद हुए हैं। विनोद सिंह जाखणीधार तालुक के चौंद जसपुर गांव के रहने वाले थे। शहीद विनोद सिंह का परिवार देहरादून के भनियावाला में रहता है।
आतंकी हमले की घटना सोमवार दोपहर बाद हुई थी। जब बिलावर उप जिले में बदनोता के नाले के पास सेना के 22 गढ़वाल राइफल्स के वाहन पर आतंकियों ने हमला कर दिया। सेना का यह वाहन इलाके में गश्त पर था। वाहन में दस जवान सवार थे। आतंकियों ने पहले ग्रेनेड फेंका। इसके बाद सेना के वाहन पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी थी। इस आतंकी हमले में सेना के 5 जवान शहीद हो गए। 5 जवान घायल हैं।