स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय और रामा फाउंडेशन यूनाईटेड किंगडम के बीच एमओयू-विदेशी प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों की पसंद के रूप में बना एसआरएचयू

डोईवाला। स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) जौलीग्रांट और रामा फाउंडेशन यूनाईटेड किंगडम के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ है। इसके तहत दोनों पक्ष स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं में सुधार और नए ज्ञान का विकास करने के लिए मिलकर काम करेंगे।
एसआरएचयू के अध्यक्ष डॉ. विजय धस्माना के दिशा निर्देशन में रजिस्ट्रार कमांडर (से.नि.) वैंकटेश्वर चल्ला और रामा फाउंडेशन की अर्तिका दत्ता ने एमओयू पर हस्ताक्षर किये। इस दौरान कुलपति डॉ. राजेन्द्र डोभाल ने कहा कि एसआरएचयू और रामा फाउंडेशन यूनाईटेड किंगडम के बीच यह समझौता स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं में सुधार और नए ज्ञान का विकास करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। उन्होंने कहा कि यह समझौता दोनों पक्षों के लिए लाभदायक होगा और स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं में सुधार लाने में मदद करेगा। साथ ही दोनों पक्ष एक दूसरे से बहुत कुछ सीख सकेंगे। इस समझौते के तहत दोनों संस्थानों के बीच सर्वाेत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान, छात्र और फैकल्टी आदान-प्रदान कार्यक्रम, उपशामक और सहायक देखभाल सेवाओं का विकास, संयुक्त अनुसंधान पहल, आवधिक गतिविधि योजनाएँ विकसित करना आदि पर काम किया जायेगा। इस अवसर पर प्रति कुलपति डॉ. एके. देवरारी, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज ले.ज. (से.नि.) डॉ. दलजीत सिंह, डॉ. रेनू धस्माना, डॉ. सुनील सैनी, डॉ. किरन भट्ट, डॉ. संचिता पुगाजंडी, डॉ. बरनाली ककाती, मुनीश दत्ता आदि उपस्थित थे।
👉एसआरएचयू से जुड़े हैं देश-दुनिया के कई नामी प्रतिष्ठित संस्थान
स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय जौलीग्रांट से देश-दुनिया के प्रतिष्ठित संस्थान जुड़े हैं। हाल ही में जापान की सुकुबा विश्वविद्यालय के साथ एमओयू किया गया था। इसके अतिरिक्त इंटरनेशनल बिजनेस कालेज (आइबीसी) डेनमार्क, ग्लोबल हेल्थ एलायंस (जीएचए) यूनाइडेट किगडम, लौरिया फिनलैंड की यूनिवर्सिटी आफ एप्लाइड साइंसेज, जर्मनी की रॉसटाक यूनिवर्सिटी सहित देश के इंडियन इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी (आइआइटी) रुड़की, उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (यूसैक) के साथ भी करार है।
👉विदेशी प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों की पसंद के रूप में बना एसआरएचयू
अपनी अंतरराष्ट्रीय स्तर की शैक्षणिक गुणवत्ता के बल पर स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय नामी विदेशी प्रतिष्ठानों की पसंद बनाता जा रहा है। यूनाइटेड किंगडम, जापान, जर्मनी, डेनमार्क सहित विभिन्न देशों के प्रतिष्ठानों के साथ एसआरएचयू ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं।