
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भेजा पत्र
रुद्रप्रयाग। बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष को हटाये जाने को लेकर केदारसभा ने बिगुल फूँक दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र भेजकर अध्यक्ष की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं। तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि मंदिर समिति अध्यक्ष मात्र कुर्सी में बैठकर अपनी मनमानी कर रहे हैं। उन्हें धामों के विकास को लेकर कोई चिंता नहीं है। ऐसे में उन्हें इस पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्हें कपाट बंद होने से पहले नहीं हटाया गया तो तीर्थ पुरोहित समाज और स्थानीय लोग जनांदोलन के लिए मजबूर हो जायेंगे।
केदारसभा की ओर से मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा गया कि बीकेटीसी अध्यक्ष की कार्यशैली तीर्थ पुरोहित समाज और स्थानीय लोगों के साथ सही नहीं है। उनके व्यवहार से हरकोई परेशान है। चारधाम महा पंचायत के उपाध्यक्ष संतोष त्रिवेदी ने कहा कि बीकेटीसी अध्यक्ष धार्मिक परम्पराओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
बीते दिन प्रसिद्ध उद्योगपति मुकेश अंबानी केदारनाथ धाम पहुंचे थे। इस दौरान मुख्य पुजारी और केदारसभा अध्यक्ष को दूर रखा गया। बीकेटीसी अध्यक्ष अपनी मनमानी कर रहे हैं। वीआईपी दर्शन पर कंट्रोल नहीं किया जा रहा है। इसको लेकर कोई पॉलिसी नहीं बनाई जा रही है। भोगमंडी नजदीक होनी चाहिए। पुजारी आवास आज तक नहीं बना है। हजारों यात्री बिना दर्शन के ही लौट रहे हैं। बीकेटीसी अध्यक्ष वीवीआईपी और वीआईपी के स्वागत में जुटे हैं। गर्भगृह में मंदिर समिति के कर्मचारियों की तानाशाही देखने को मिल रही है। गर्भगृह का सोना पिघल गया है। मंदिर समिति को चढ़ने वाले चढ़ावा का वारा-न्यारा किया जा रहा है। पत्र में केदारसभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, महामंत्री राजेंद्र प्रसाद तिवारी, आलोक वाजपेयी, प्रदीप शर्मा सहित कई लोगों के हस्ताक्षर शामिल हैं।