हेली एंबुलेंस सेवा शुरू करने वाला पहला संस्थान बना एम्स ऋषिकेश
पीएम मोदी ने किया वर्जुअल शुभारंभ
हेली एंबुलेंस का उत्तराखंड के सभी 13 जिलों को मिलेगा लाभ
फ्री सेवा होगी, दुर्घटना और आपदा में घायलों को तुरंत मिलेगी चिकित्सा
ऋषिकेश। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एम्स ऋषिकेश में हेली एंबुलेंस सेवा का शुभारंभ किया। यह एंबुलेंस सेवा संजीवनी योजना के तहत शुरू की गई है। इस सेवा का लाभ उत्तराखंड के सभी 13 जिलों को मिलेगा। खासकर उत्तराखंड के 11 पहाड़ी जिलों के लिए हेली एंबुलेंस सेवा वरदान साबित होगी। इस हेली एंबुलेंस से राज्य में आपदा और दुर्घटना के दौरान तत्काल मेडिकल फेसिलिटी मिलेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली कार्यक्रम से जुड़कर हेली एंबुलेंस सेवा का शुभारंभ किया। इसके साथ ही एम्स ऋषिकेश ने देश में हेली एंबुलेंस सेवा शुरू करने वाला पहला चिकित्सा संस्थान होने का सम्मान हासिल कर लिया। जब पीएम मोदी ने हेली एंबुलेंस का वर्चुअल शुभारंभ किया तो सीएम धामी समेत बड़ी संख्या में सांसद और विधायक भी कार्यक्रम से जुड़े।
संजीवनी योजना के तहत शुरू हुई हेली एंबुलेंस सेवा पूरी फ्री रहेगी। इससे पहले कई बार हेली एंबुलेंस का ट्रायल हुआ था। ट्रायल की सफलता के बाद आज मंगलवार 29 अक्टूबर 2024 को उत्तराखंड के चिकित्सा इतिहास में हेली एंबुलेंस के रूप में महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्ज हो गई।
संजीवनी योजना का संचालन केंद्र और राज्य सरकार संयुक्त रूप से कर रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकार दोनों इसमें 50-50 प्रतिशत खर्च उठाएंगे। सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि इस योजना के तहत हेली एंबुलेंस में हर महीने कम से कम 30 जरूरतमंदों को लाभ पहुंचाना अनिवार्य है। इसकी सफलता को देखते हुए आने वाले दिनों में इस स्वास्थ्य सेवा को आयुष्मान भारत योजना से भी जोड़ा जा सकता है।
उत्तराखंड के लिए साबित होगी वरदान
उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थितियों में हेली एंबुलेंस सेवा वरदान का काम करेगी। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं देश के नागरिकों को मिले इसके प्रयास कर रही है। एम्स में गंभीर बीमारियों का इलाज पहले से ही हो रहा है लेकिन कुछ मरीज ऐसे होते हैं जो समय के अभाव में कभी-कभी एम्स तक नहीं पहुंच पाए और रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। अब ऐसे मरीजों के लिए हेली एंबुलेंस सेवा मिल का पत्थर साबित होगी।