
टिहरी। टिहरी बांध परियोजना के नाम एक और उपलब्धि दर्ज हो गई है। टिहरी बांध परियोजना के अंतर्गत पीएसपी की दूसरी 250 मेगावाट यूनिट का संचालन शुरू हो गया है। इससे हरियाणा, दिल्ली गुजरात को बिजली सप्लाई मिलेगी।
टिहरी बांध परियोजना के अधिशासी निदेशक एलपी जोशी ने कहा कि टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के टिहरी बांध में 1000 मेगावाट के वैरिएबल स्पीड पंप स्टोरेज प्लांट (पीएसपी) की दूसरी यूनिट (250 मेगावाट) का संचालन शुरू कर दिया। टिहरी पंप स्टोरेज प्लांट न केवल देश की पहली वैरिएबल स्पीड पंप स्टोरेज सुविधा है, बल्कि किसी भी केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम द्वारा कार्यान्वित अपनी तरह की सबसे बड़ी सुविधा भी है।
केंद्रीय विद्युत मंत्रालय के सचिव पंकज अग्रवाल ने दूसरी यूनिट के वाणिज्यिक संचालन का शुभारंभ किया। उन्होंने इस सफलता के लिए टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अधिकारी-कर्मचारियों और परियोजना से जुड़ी अनुबंध एजेंसियों के कार्यों की सराहना की।
टिहरी बांध परियोजना की ऐतिहासिक उपलब्धि बताते हुए कहा कि चार जून को पहली यूनिट के सफल सीओडी संचालन के बाद आज दूसरी यूनिट का संचालन करना टीएचडीसी की बेहतर कार्यक्षमता को दर्शाता है।
टिहरी पंप स्टोरेज जो प्रोजेक्ट है इसमें 4 टरबाइन लगी हैं। जो रिवर्स पंप टरबाइन है उसमें एक समय में एक दिशा में पंप काम करता है। दूसरी दिशा में टरबाइन का काम करता है जो इसकी दूसरी यूनिट है। इसकी वाणिज्य संचालन होता है. जिसको कमर्शियल ऑपरेशन बोलते हैं। उसकी प्रक्रिया शुरू की है। इसमें हमारी जो एक ऑपरेशन रिसाइकल है। जिसमे 7 घंटे पंपिंग और 6 घंटे जेनरेसन वाली रिसाइकल है। इसको कैंटीन्यू मशीन को चलाएंगे. ग्रिड को डिमोस्टेड करेंगे। उसके बाद नेशनल ग्रिड में ये सेटिफेकेशन इशु करता है। जिसको सेक्ससफुल ट्रायल रन ऑफ दी मशीन जैसे ही सेक्ससफुल ट्रायल रन का सेटिफेकेशन हो जायेगी। इसके बाद ये वाणिज्य गतिविधि शुरू हो जाएगी। इसकी जो शेड्यूलिंग है वह स्टार्ट कर देंगे. इसको ग्रिड शेड्यूल करेगा।