उत्तराखंडप्रशासन

चारधाम यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की सीमा हटी

यात्रा प्राधिकरण बनाने के लिए स्टेक होल्डर्स से होगी चर्चा

यात्रा मार्गों पर 42 सीटर बसें संचालित करने की होगी व्यवस्था
एक महीने में चारधाम दर्शन को 20 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे
देहरादून। उत्तराखंड चारधाम की यात्रा जोरों से चल रही है। मौजूदा स्थिति यह है कि करीब 50 से 55 हजार श्रद्धालु रोजाना धामों के दर्शन को पहुंच रहे हैं। अभी तक 20,18,281 श्रद्धालु चारों धामों में दर्शन कर चुके हैं। उधर धामों में मौतों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है। अभी तक 109 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं को लेकर बुलाई बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि चारधाम यात्रा से संबंधित व्यवस्थाओं को और अधिक बेहतर बनाएं। साथ ही जिलाधिकारियों के साथ समन्वय बनाकर काम करें। सीएम ने कहा कि उच्चाधिकारी समय-समय पर यात्रा व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण करने के साथ ही यात्रा में और बेहतर व्यवस्थाओं के लिए जिलाधिकारियों की मदद भी करें। ताकि चारधाम की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई दिक्कत ना हो। तीर्थयात्री एक सुखद संदेश लेकर उत्तराखंड से अपने गंतव्य को जाएं।
इसके अलावा सीएम धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्रा प्राधिकरण बनाने के लिए, कर्तव्य और दायित्व निर्धारित किया जाए। इसके लिए स्थानीय प्रशासन, मंदिरों, ट्रांसपोर्टर्स, टूर एजेंटों और अन्य संबंधित पक्षों के साथ बैठक कर चर्चा भी करें। सीएम ने कहा कि यात्रा मार्गों पर 42 सीटर बसें संचालित करने की व्यवस्था करें। वहीं, बैठक के दौरान गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि चारधाम यात्रा के लिए ऋषिकेश और हरिद्वार में श्रद्धालुओं का बैकलॉग खत्म हो गया है। ऐसे में जो भी श्रद्धालु धामों के लिए आ रहे हैं, उनका रजिस्ट्रेशन कर चारधाम यात्रा पर भेजा जा रहा है। वर्तमान समय में पंजीकरण की संख्या अब सीमित नहीं है।

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