एचआईएचटी संस्थापक डॉ.स्वामी राम के शिष्य के रुप में मिली पहचान
17 से अधिक भाषाओं पर था अधिकार, 56 देशों में ध्यान केंद्र की स्थापना की
ऋषिकेश- हिमालयन इंस्टिट्यूट हॉस्पिटल ट्रस्ट (एचआईएचटी) के संस्थापक डॉ.स्वामी राम के परम शिष्य व ध्यान मंदिरम ट्रस्ट के संस्थापक ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी वेद भारती महाराज का नौवां महासमाधि वार्षिक समारोह सादगी के साथ मनाया गया। इस अवसर पर संतों, शिष्यों व अनुयायियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
रविवार को ऋषिकेश वीरभद्र स्थित स्वामी राम साधक ग्राम आश्रम में महासमाधि वार्षिक समारोह का शुभारंभ ब्रह्मलीन स्वामीवेद भारती महाराज को पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। प्रातः नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक चले कार्यक्रम में गुरू पूजन, श्रद्धांजलि सभा व संत समागम का आयोजन किया गया।
आश्रम प्रमुख स्वामी ऋतवान भारती ने ट्रस्ट के गौरवमयी इतिहास पर प्रकाश डाला साथ ही साधक ग्राम में ध्यान योग व दर्शन पर अध्ययन, अध्यापन और अनुसंधान कार्यों की जानकारी दी।
स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) जौलीग्रांट के अध्यक्ष डॉ.विजय धस्माना ने उनके संस्मरणों को याद करते हुए ब्रह्मलीन स्वामी वेद भारती को योग का मुख्य प्रवर्तक बताया। डॉ. प्रकाश केशवया ने स्वामी जी को उच्चकोटि का साधक बताया। 56 देशों में स्वामी जी के ध्यान योग की कक्षाएं संचालित की जा रही हैं।
दोपहर में आयोजित भंडारे में संतो के साथ सैकड़ों भक्तों व अन्यायियों ने प्रसाद ग्रहण किया।
समारोह में स्वामी प्रयाग गिरी, ध्यान मंदिरम ट्रस्ट की सचिव साधना मिश्रा, सहित संत समाज व अन्य पदाधिकारी सहित ध्यान मंदिर ट्रस्ट के सभी ट्रस्टी, देश विदेश से आए स्वामी जी के शिष्य व अनुयायी मौजूद रहे।