उत्तराखंडबाढ़

राजधानी देहरादून में बरपाया कुदरत ने अपना कहर बादल फटने से दस के मारे जाने की खबर, कई लापता

सड़के टूटी, पुल बहे, जनजीवन हुआ अस्त व्यस्त

देहरादून।  राजधानी में बीती रात से हो रही बारिश ने जमकर कहर बरपाया है। बारिश के कारण इस बार देहरादून जिले में जानमाल का काफी नुकसान हुआ है। जैसे-जैसे नदियों को पानी उतर रहा है, तबाही का मंजर भी साफ दिख रहा है। देहरादून पुलिस-प्रशासन के अनुसार रात से लेकर भी बाढ़ और बारिश में 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनके शव पुलिस ने बरामद किए है। ये आंकड़ा बढ़ने की आशंका है। क्योंकि कई लोग अभी भी लापता बताए जा रहे है।
प्रेमनगर थाना क्षेत्र में मंगलवार को टोंस नदी के बीच में ट्रैक्टर-ट्रॉली सवार कई मजदूर फंस गए थे। सभी मजदूर पानी के तेज बहाव में बह गए थे। इस हादसे में पुलिस को अभी तक आठ लोगों के शव मिले है। मरने वालों में चार महिलाएं और चार पुरुष है। इसके अलावा भी अलग-अलग क्षेत्रों पांच लोग के शव बरामद हुए है।
इसी तरह डीआईटी कॉलेज के पास दीवार गिरने से छात्र के लापता होने की सूचना थी। जिसकी तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया गया था। एसडीआरएफ को छात्र का शव मिल चुका है। इसके बाद सहस्त्रधारा में तीन लोगों के बहाने की सूचना थी, जिनके शव भी मिल गए है। वहीं एक मजदूर की मौत बारिश के कारण मसूरी में भी हुई है।
देहरादून पुलिस के अनुसार जिले में अभी तक कुल 13 लोगों के शव मिले है। वहीं अभी भी कई जगहों से लोगों के लापता होने की खबरे है, जिनकी तलाश में सर्च ऑपरेशन जारी है। बारिश के कारण सबसे ज्यादा नुकसान मालदेवता और सहस्त्रधारा क्षेत्र में हुआ। यहां पर नदियों ने भयंकर तबाही मचाई है। इसके अलावा शहर के बीचों-बीच से बहने वाली रिस्पना और बिंदाल नदी भी उफान पर है। नदी के आसपास बने घर खतरे की जद में है। बारिश के कारण देहरादून-हरिद्वार हाईवे भी नेपाली फार्म और डोईवाला के बीच क्षतिग्रस्त हो गया है। इसके अलावा ऋषिकेश में भी इसी तरह के हालत बने हुए है। यहां भी गंगा और अन्य बरसाती नदियों का पानी लोगों के घरों में घुस गया है। ।
मालदेवता क्षेत्र में नदी के उफान से सड़क, पुश्ते और पुल बह गए, जबकि रिस्पना और बिंदाल नदी का जलस्तर बढ़ने से कई कालोनियां जलमग्न हो गईं। घरों में मलबा घुस गया। कई दुकानें और होटल भी बह गए। देहरादून-पांवटा राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रेमनगर नंदा की चौकी के पास पुल बह जाने से आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई। मसूरी-देहरादून मार्ग भी जगह-जगह भूस्खलन से बंद हो गया है। लगातार हो रही भारी बारिश के चलते देहरादून शहर में कारलीगाढ़ सहस्त्रधारा में रात्रि के समय अत्यधिक बारिश होने की सूचना पर जिला प्रशासन ने रेस्क्यू एंड रिलीफ ऑपरेशन शुरू किया। ंयहां दो लोग लापता बताए जा रहें है। साथ ही कई दुकाने बह गयीं हैं।
आसन नदी में ट्रैक्टर ट्राली के बहने से 13 लोग लापता हो गए, जिनमें से 5 लोगों के शव मिले हैं। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार, कुल 10 शव बरामद किए गए हैं, 8 लोग अभी भी लापता हैं। कालसी चकराता मोटर मार्ग पर जज रेट पहाड़ी से पत्थर गिरने से स्कूटी सवार पंजाब के युवक की मौत हो गई। मसूरी के झड़ीपानी से राजपुर को जाने वाले पुराने पैदल मार्ग के पास भूस्खलन में दो लोग दब गए। इनमें एक की मौके पर ही मौत हो गई। मलबा भरने के कारण देवभूमि कालेज में छात्र-छात्राओं को बाहर निकल गया है। देहरादून में टपकेश्वर महादेव मंदिर में पानी भरने से रेलिंग और पानी की टंकी बह गई।

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