उत्तराखंडपुलिस डायरी

देहरादून के बसंत बिहार में हुई बुजुर्ग की हत्या का पुलिस ने किया खुलासा, दो हत्यारे गिरफ्तार

देहरादून। बसन्त बिहार क्षेत्र में हुए बुजुर्ग के ब्लाइण्ड मर्डर केस का दून पुलिस ने खुलासा किया है। घटना में शामिल दो आरोपियों को पुलिस ने बसन्त बिहार क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। किराये पर कमरा देखने के लिये पहले बुजुर्ग दोनों आरोपी व्यक्ति के घर गये थे। जिस दौरान घर पर बुजुर्ग के अकेले रहने की जानकारी हुई थी। बुजुर्ग को डराकर उनसे पैसा लेने के मंसूबे से घर में घुसे थे। बुजुर्ग व्यक्ति के पास पैसा न मिलने तथा पहचाने जाने के डर से घटना को अंजाम दिया था। 

थाना बंसन्त बिहार को 9 दिसंबर को सूचना प्राप्त हुयी कि अलकनन्दा एनक्लेव में स्थित एक घर से एक बुजुर्ग व्यक्ति के चिल्लाने की आवाज आ रही है। सूचना पर थाना बंसन्त बिहार से पुलिस बल तत्काल मौके पर पहुँचा मौके पर अलकनन्दा एनक्लेव में स्थित एक घर में एक बुजुर्ग व्यक्ति घायल अवस्था में पड़े थे जिनके पेट व गले पर गहरे घाव के निशान थे पुलिस कर्मियों ने घायल व्यक्ति को तत्काल उपचार के लिए इन्द्रेश अस्पताल ले जाया गया जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक व्यक्ति की पहचान अशोक कुमार गर्ग निवासी अलकनन्दा एनक्लेव जीएमएस रोड़ देहरादून उम्र-75 वर्ष के रूप में हुयी घटना की सूचना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने घटना स्थल का निरीक्षण कर घटना के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी मौके पर आस पड़ोस के लोगों से पूछताछ में बुजुर्ग व्यक्ति के चिल्लाने के साथ साथ कुछ व्यक्तियों के उनसे पासवर्ड पूछे जाने की बात भी सामने आयी परन्तु घटना स्थल पर जबरन प्रवेश तथा लूटपाट का कोई भी प्रयास किया जाना परिलक्षित नहीं हुआ तथा रात्रि का वक्त होने तथा घर में कोई सीसीटीवी कैमरा न लगा होने के कारण भी पुलिस को घटना के सम्बन्ध में कोई खास जानकारी प्राप्त नहीं हो पायी।
घटना के सम्बन्ध में मृतक के भाई आदेश कुमार गर्ग पुत्र स्व. वृजभूषण गर्ग तहरीर के आधार पर थाना बसंन्त बिहार में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया।
खुलासे के गठित टीमों ने घटना स्थल व आसपास के क्षेत्र में आने जाने वाले मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों का अवलोकन करते हुये सर्विलान्स के माध्यम से भी घटना के सम्बन्ध में जानकारी एकत्रित की गयी सीसीटीवी फुटेजों के अवलोकन से घटना के बाद 2 संदिग्ध व्यक्ति घटना स्थल से पीछे सतोवाली घाटी से गांधी ग्राम तथा जीएमएस रोड़ पर जाते हुये दिखाई दिये परन्तु रात्रि का समय होने के कारण किसी भी फुटेज में आरोपीयों का हुलिया स्पष्ट नहीं दिखाई दिया, फुटेजों से मात्र घटना के समय पहने हुये कपड़ों की पहचान हो सकी।
जीएमएस रोड़ पर लगे सीसीटीवी कैमरों को चैक करने पर दोनो वहां से एक लाल रंग के ई रिक्शा में बैठकर मिलन बिहार कट तक जाते हुये दिखे, जहां मिलन बिहार कट के पास ई रिक्शा से उतरे। पुलिस ने मिलन बिहार कट के आस- पास दो से तीन किलोमीटर के दायरे में लगे लगभग 100-150 सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन किया गया, पर दोनों किसी भी कैमरें में बाहर की ओर जाते हुये नहीं दिखे तथा रात्रि का वक्त होने के कारण ई रिक्शा तथा आरोपियों के सम्बन्ध में पुलिस टीम को कोई खास जानकारी प्राप्त नही हो पायी। जिस पर एसएसपी दून के निर्देशों पर लाल रंग के ई रिक्शा की तलाश के लिए दो अलग अलग टीमों का गठन किया गया गठित टीमों ने जीएमएस रोड़ आईएसबीटी व उसके आस पास वाले मार्गों पर चलने वाले लगभग 400-500 लाल रंग के ई रिक्शा चालकों का सत्यापन कर आवश्यक पूछताछ की गयी, पूछताछ के दौरान एक ई रिक्शा चालक ने बताया गया कि घटना की रात्रि उसने दो व्यक्तियों को जीएमएस रोड़ से मिलन बिहार कट तक छोड़ा था तथा यह बात उसे इसलिये याद है क्योकि दोनों व्यक्तियों ने उसे निर्धारित किराया न देकर केवल पांच रूपये दिये गये थे। इस दौरान अन्दर गली में एक स्कूटी भी खड़ी थी पर उसे इस बात की जानकारी नहीं है कि स्कूटी उन व्यक्तियों की थी अथवा नहीं।
जिस पर पुलिस टीम ने मिलन बिहार कट के आस पास के मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरों में संदिग्ध दो पहिया वाहन स्कूटी की तलाश की गयी, इस दौरान पुलिस को संदिग्ध व्यक्तियों के हुलिये से मिलते जुलते 3-4 स्कूटी सवार व्यक्तियों की फुटेज प्राप्त हुयी। सीसीटीवी फुटेज में स्कूटी का नम्बर स्पष्ट न होने तथा स्कूटी के स्थानीय नम्बर यूके 07 सिरीज के होने पर एसएसपी ने स्कूटी के मॉडल की जानकारी करने के लिए पुलिस टीम को शो- रूम्स में जाकर इस सिरीज, मॉडल तथा रंग की गाड़ियों की संख्या के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करने के निर्देश दिये गये। पुलिस टीम को वाहन शो रूम से लगभग 125 स्कूटियों के सिरीज में पंजीकृत होने की जानकारी मिली, जिस पर सभी संदिग्द स्कूटी नम्बरों की जानकारी लेते हुये टीम ने उनके सत्यापन की कार्यवाही की गयी तो घटना के समय उनमें से एक वाहन स्वामी की लोकेशन घटना स्थल व उसके आस पास के क्षेत्र में होने की पुलिस टीम को जानकारी प्राप्त हुयी जिस पर स्कूटी को संदिग्ध मानकर टीम ने इस एरिया में सर्च अभियान चलाया तो संदिग्ध स्कूटी इन्द्रानगर क्षेत्र में मॉउण्ट फोर्ड एकेडमी के पास एक पार्क में खड़ी दिखाई दी जिसके आसपास काफी संख्या में आवासीय फ्लैट बने हुये थे।
देर रात्रि एसएसपी तथा एसपी सिटी ने नगर क्षेत्र के समस्त थाना प्रभारियों को घण्टाघर पर बुलाकर क्षेत्र की मैपिंग करते हुये अलग अलग टीमों का गठन कर उन्हें बाहर निकलने के सभी रास्तों, सीसीटीवी कैमरों की स्थिति आदि के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करने का टास्क दिये गये, साथ ही स्थानीय मुखबिर के माध्यम से फ्लैटों में किराये पर रह रहे युवाओं के सम्बन्ध में जानकारी एकत्रित की गयी। पूरे इलाके की मैपिग तथा जानकारियाँ एकत्रित करने के उपरान्त अलग अलग टीमों ने आवासीय कॉलोनी में स्थित फ्लैटों में आकस्मिक रूप से चैकिंग अभियान चलाते हुये कॉलोनी के एक फ्लैट से संदिग्धों के हुलिये से मिलते जुलते दो युवको नवीन कुमार चौधरी तथा अनन्त जैन को हिरासत में लिया गया, जिनकी तलाशी में पुलिस टीम को आरोपियों के पास से मृतक का पर्स, 1500 रूपये नगद, मृतक का एटीएम कार्ड, आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज बरामद हुये।
दोनो से सख्ती से पूछताछ करने पर उन्होंने 9 दिसंबर को बसंन्त बिहार क्षेत्र में बुजुर्ग व्यक्ति की हत्या करना तथा पुलिस को गुमराह करने के लिये हत्या के समय पहने कपड़ों तथा घटना में प्रयुक्त पेपर कटर को अनयत्र स्थान पर एक सूखे नाले में फैकना बताया गया। दोनों को पुलिस ने माउण्ट फोर्ट एकेडमी के पास से गिरफ्तार किया गया।

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