दुर्गेश मिश्रा
देहरादून। उत्तराखंड से राज्य सांसद अनिल बलूनी इस बार राज्य सभा से सांसद नहीं बनने जा रहे हैं। वहीं उनके राज्य सांसद के टिकट कटने से उत्तराखंड की सियासत में अनिल बलूनी के लोकसभा का चुनाव लड़ने के कयास शुरू हो गए हैं। उनके गृह जनपद पौड़ी लोकसभा सीट से बलूनी के चुनाव लड़ने की मंशा जताई है। दिल्ली में बैठे भाजपा आलाकमान में भी बलूनी का अच्छी खासी पैठ है। अब बलूनी लोकसभा चुनाव के लिए कमर कस सकते हैं। वहीं पौड़ी सीट से गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत और पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की मुश्किलें बढ़नी लाजिमी है। दोनों नेता पौड़ी लोकसभा सीट से अपनी दावेदारी करते आ रहे हैं। अब जबकि अनिल बलूनी का टिकट राज्य सभा से कट गया है तो दोनों नेताओं के चुनाव लड़ने की मंशा पर पानी फिरता नजर आ रहा है। हालांकि अभी दिल्ली से बलूनी के लोकसभा के चुनाव लड़ाने कोई फरमान नही आया है। इसके बावजूद उत्तराखंड में उनके जनता के बीच जाकर चुनाव लड़ने की चर्चा जोरों पर शुरू हो गई है। पौड़ी सीट से अब तीरथ व त्रिवेंद्र के बाद अनिल बलूनी का नाम लोगों की जुबां पर आने लगा है। अनिल बलूनी उत्तराखंड के विकास के लिए लगातार प्रयास करते आ रहे हैं। उनकी कई योजनाएं धरातल पर देखी गई है। जिसका परिणाम है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में देखे जा सकते हैं।
तीरथ व त्रिवेंद्र का क्या होगा
– अगर तीरथ सिंह रावत का टिकट कटता है तो भाजपा ने उनके लिए क्या जिम्मेदारी सौंपने की तैयारी की है। उन्हें राज्यसभा से सांसद के रूप में भेजा जाएगा या फिर वह आने वाले दिनों में किसी राज्य के राज्यपाल के पद पर सुशोभित होंगे। वहीं पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी लंबे समय से किसी पद पर नहीं है, वे लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटे हैं। अनिल बलूनी को लोकसभा का टिकट मिलता है तो त्रिवेंद्र का राजनीतिक भविष्य क्या होगा। ये तो आने वाला समय ही बताएगा।
——