उत्तरकाशी में गंगोत्री नेशनल हाईवे पर अचानक बरसने लगे बोल्डर
डबरानी में डेढ़ घंटे तक लगी रही वाहनों की कतार
बीआरओ ने मैदान काटकर आवाजाही शुरू करवाइ
यात्रियों की सुरक्षा के लिए पुलिस जवान व विभाग के कर्मचारी किए तैनात
उत्तरकाशी। डबरानी के समीप पहाड़ी से लगातार बोल्डर गिर रहे हैं। शुक्रवार सुबह बड़े-बड़े बोल्डर आने के कारण हाईवे करीब डेढ़ घंटे बंद रहा। जिसके बाद बीआरओ ने मैदान काटकर आवाजाही शुरू करवाई। पुलिस ने हर्षिल सहित सोनगाड़ और डबरानी में वाहन रोके रखे हैं।
हर्षिल सहित झाला से उत्तरकाशी की ओर वाहन छोड़े जा रहे हैं। उसके बाद डबरानी और सोनगाड़ से वाहन छोड़े जाएंगे। बीआरओ अभी भी सड़क को दुरुस्त करने में जुटा है। गनीमत रही कि पहाड़ी से बोल्डर गिरते समय वह कोई वाहन नहीं था, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। अभी 31 मई को ही गंगोत्री नेशनल हाईवे पर चट्टान गिरने से बड़ा हादसा हो चुका है।
शुक्रवार सुबह डबरानी के पास अचानक पहाड़ी से बड़े-बड़े बोल्डर गिरने लगे। इससे गंगोत्री नेशनल हाईवे बंद हो गया। नेशनल हाईवे बंद होने से मार्ग के दोनों ओर तीर्थयात्रियों के वाहन की कतारें लग गई। पुलिस ने तीर्थयात्रियों के वाहनों को सुरक्षित स्थानों पर रोका। करीब डेढ़ घंटे के बाद नेशनल हाईवे खुलने पर पुलिस ने तीर्थयात्रियों के वाहनों को धीरे-धीरे छोड़ा।
आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि सुबह डबरानी के पास गंगोत्री नेशनल हाईवे पर पहाड़ी से बोल्डर गिर थे। लेकिन बीआरओ ने हाईवे खोल दिया है। वहीं मौके पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए पुलिस के जवानों सहित अन्य विभाग के कर्मचारियों को तैनात किया गया है।
नेशनल हाईवे पर खतरा बना हुआ है
उत्तरकाशी। बीआरओ ने हालांकि मैदान काटकर आवाजाही शुरू तो कर दी है, लेकिन पहाड़ी से रुक-रुक कर पत्थर आने से आवाजाही जोखिम भरी बनी हुई है। एहतियात के तौर पर मौके पर तैनात पुलिस और बीआरओ के जवान तीर्थयात्रियों के वाहनों को धीरे-धीरे पास करवा रहे हैं। गौरतलब है कि 31 मई को डबरानी के पास पहाड़ी से पत्थर गिरने से एक व्यक्ति की मृत्यु हुई थी। 8 लोग घायल हुए थे।