देहरादून। उत्तराखंड के वन एवं पर्यावरण मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि जीवन को विशुद्ध रूप से जीने के लिए शुद्ध पर्यावरण की आवश्यकता है और इसे बनाए रखना हम सभी का कर्तव्य अथवा जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि सरकार पत्रकारों के हितों की रक्षा के लिए काम कर रही है।
उनियाल गुरुवार को 6 नंबर पुलिया रिंग रोड स्थित एक होटल में इंडियन जर्नलिस्ट यूनियन (आइजेयू), नई दिल्ली के दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन के शुभारंभ अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। आईजेयू के इस दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ करने के उपरांत कैबिनेट मंत्री उनियाल ने कहा कि उत्तराखंड राज्य देवों की पवित्र भूमि होने के साथ ही प्राकृतिक रूप से सुंदर एवं आकर्षित राज्य भी है। यह राज्य सभी को शुद्ध पर्यावरण प्रदान करता आ रहा है और देशभर को अपनी प्राकृतिक सौंदर्यता तथा शुद्ध पर्यावरण देने में भी अग्रणी राज्य बना हुआ है। उन्होंने कहा कि यह हिमालयी राज्य प्राकृतिक रूप से आच्छादित है। साथ ही यहां बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री, गंगोत्री के साथ ही सिक्खों के धाम व मुस्लिम समुदाय का पवित्र धाम कलियर शरीफ भी है। यह सभी धाम सौहार्दपूर्ण वातावरण का संदेश हमेशा देते रहे हैं। उन्होंने पर्यावरण को समाज से जोड़ते हुए कहा कि मीडिया की भूमिका जनता को इस दिशा में जागरूक करने के लिए बहुत ही आवश्यक हो जाती है। आईजेयू के राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए उन्होंने समाज में मीडिया की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए उसकी भूमिका को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि उत्तराखंड सरकार राज्य के पत्रकार को बेहतर सुविधाएं मुहैया करा रही है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को जो पेंशन पांच हज़ार रुपए प्रतिमाह दी जाती थी, उसको बढ़ाकर राज्य सरकार ने 8 हजार प्रतिमाह किया। इसके अलावा राज्य सरकार ने कई पत्रकारों के लिए आवास भी मुहैया करना प्रारंभ किया है। अधिवेशन में उन्होंने सरकार की ओर से पत्रकारों को आगे भी सुविधाएं दिए जाने का आश्वासन दिया और घोषणा की कि पत्रकारों को वन विभाग के गेस्ट हाउस में सुविधाएं दिए जाने पर सरकार काम कर रही है।